Wednesday 27 September 2017

economy now a day

yashwant sinha_bjp

यशवंत सिन्हा का इंडियन एक्सप्रेस में छपा लेख इस बात की पुष्टि करता है कि हमे अब तक BJP सरकार बेवकूफ बनाती रही थी और अब भी बना रही है ।उनके इस लेख से यह भी स्पष्ट होता है कि यह सब कुछ कैसे किया जा रहा था ।
यशवंतसिन्हा BJP के पूर्व मंत्री रह चुके है जिसमें उन्होंने अटल सरकार में वित्त व विदेश जैसी प्रमुख जिम्मेदारीया निभाई थी ।आजकल उनके बेटे जयंत सिन्हा भी कैबिनेट मंत्री है ।अब पता नही उनका क्या हाल होगा क्योंकि उनका पहले भी यशवंत सिन्हा के कारण ही डिमोशन हो चुका है।उन्होंने अपने लेख के शुरुआत में ये कहा है कि- अगर अब भी मैं भारत के वित्तमंत्री द्वारा,भारत की अर्थव्यवस्था में की गई गड़बड़ी के बारे में नही बोलता हूं तो यह मेरा राष्ट्र धर्म मे असफल हो-जाना होगा
खैर जो भी हो , यशवंतसिन्हा ने अपने इस लेख में जिन मुद्दों को लिया है उन्हें मोटे तौर पर ऐसे समझ सकते है-

1.जेटली के अमृतसर से हार जाने के बावजूद उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया (यानी जीतना कोई मायने नही रखता )।
वित्त मंत्रालय ऐसा मंत्रालय होता हैं जिसे 24×7 समय देने पर भी संभालना मुश्किल होता है लेकिन जेटली किसी सुपरमैन की तरह वित्त के अलावा भी तीन और मंत्रालय संभाल लेते है ।यह उनकी काम के प्रति निष्ठा को जाहिर करता है क्योंकि यदि ईमानदारी से काम किया जाए तो वित्तमंत्री को कुछ भी अलग करने का समय नही मिलता ।

2.जेटली बहुत भाग्यशाली वित्तमंत्री है जिन्हें वैश्विक बाजार में क्रूड ऑयल के इतने समृद्ध समय मे काम करने का मौका मिला लेकिन वे इसका कोई फायदा नही दे सके ।

3. आज भारत की अर्थव्यवस्था की तस्वीर कुछ ऐसी है---निजी क्षेत्र में निवेश पिछले दो दशक में सबसे                कम हुआ है।
   ----कृषि संकट में है ।
  ----निर्माण उद्योग,सेवा क्षेत्र और मजदूर निराश है।             ----कई नौकरियां और नए अवसर खत्म हो गए है।

4.इन सब (3) का कारण नोटबंदी और गलत तरीके से लागू की गई GST है ।

5.GDP तीन साल में सबसे हासिये पर है ।
  ★ 2015 में सरकार द्वारा GDP की गणना करने के सूत्र को बदल दिया गया है यानी अब जो GDP हमें 5.7% बतायी जाती है असल मे वो 3.7% या इससे कम होती है।

6.राज्य सरकारों द्वारा ऋण माफ़ी के नाम पर किसानों के साथ धोखा किया गया है जिसमे उनका 1 पैसे से कुछ रुपयो तक का ऋण माफ किया गया है।

7.देश की कई शीर्ष कंपनियां दिवालियापन झेल रही है ।बड़ी राशि पर उस राशि के आधे ज्यादा को टैक्स रूप में देना पड़ रहा है।

8.नकद का आवागमन ठप हो चुका है जिसका नतीजा मंझोले कारोबारियों को भुगतना पड़ रहा है ।

9.जब हम विपक्ष में थे तब छापो के सख्त खिलाफ थे और आज छापा रोज़ का काम हो गया है ।

10.★प्रधानमंत्री कहते हैं कि उन्होंने गरीबी को करीब से देखा है और अब वित्त मंत्री देश के हर नागरिक को गरीबी करीब से दिखाना चाहते हैं।

तो जाहिर तौर पर यशवंतसिन्हा ने मोदी सरकार की नीतियों का विरोध किया है जिसमे नोटबंदी भी शामिल हैं । लगभग हर बड़े अर्थशास्त्री ने भी नोटबंदी को असफल बताया है ।अब भी अगर आपको कोई नेता नोटबंदी की तारीफ करता मिले तो वह आपका हितेषी तो कतई नही हो सकता बल्कि आपको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि वह आपको बेवकूफ बना रहा है।तो आप बेवकूफ बनने से बचें ,अपनी आंखों से देखें ,अपने विवेक से काम ले और न ही अपनी आँखों को बंद करें क्योंकि आँख बंद करने से सामने जो संकट है वो समाप्त नही हो जाता ।

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